श्री गणेशाय नमः ,श्री दत्तात्रेय नमः ,श्री दत्ता गोराक्षनाथाया नमः
ॐ ॐ दं वं तं ॐ ॐ ॐ दत्त गोरक्ष सिद्धाय नमः , पूर्वस्य इन्द्राय नमः
ॐ ॐ दं वं तं ॐ ॐ ॐ दत्त गोरक्ष सिद्धाय नमः , आग्नेय अत्रे नमः
ॐ ॐ दं वं तं ॐ ॐ ॐ दत्त गोरक्ष सिद्धाय नमः , दक्षिन्स्याह यमय नमः
ॐ ॐ दं वं तं ॐ ॐ ॐ दत्त गोरक्ष सिद्धाय नमः , नैरुत्य नैरुतिनाथाया नमः
ॐ ॐ दं वं तं ॐ ॐ ॐ दत्त गोरक्ष सिद्धाय नमः ,पश्चिमे वरुणाय नमः
ॐ ॐ दं वं तं ॐ ॐ ॐ दत्त गोरक्ष सिद्धाय नमः,वायव्य वायवे नमः
ॐ ॐ दं वं तं ॐ ॐ ॐ दत्त गोरक्ष सिद्धाय नमः,उत्तरस्य कुबेराय नमः
ॐ ॐ दं वं तं ॐ ॐ ॐ दत्त गोरक्ष सिद्धाय नमः,ईशान्य ईश्वराय नमः
ॐ ॐ दं वं तं ॐ ॐ ॐ दत्त गोरक्ष सिद्धाय नमः,उर्ध्वा अर्थ श्वेद्पाया नमः
ॐ ॐ दं वं तं ॐ ॐ ॐ दत्त गोरक्ष सिद्धाय नमः,अथ भूमि देवताये नमः
ॐ ॐ दं वं तं ॐ ॐ ॐ दत्त गोरक्ष सिद्धाय नमः,मध्य प्रकाश ज्योति देवताये नमः
!! नमस्ते देव देवेश विश्व व्यपिं मौएश्वरम दत्त गोरक्ष कवचं स्तवराज वदमप्रभो!!१!!ईश्वर उवाच ,
शृणु शैल्भुते सत्यं मर्ज मायादितं येन विसान मार्गेन जीवन मुक्तो भावेभर
सार्वज त्वं कार्यसिद्धि लाभते परम भुक्तं ,वाकसिद्धि, योग सिद्धि लाभते चितीसार्थाकम
न दुष्ट भयः प्रदाव्य न दातव्य कुलेश्वरी , वि प्रपंच काया शिष्याय
गोरख बोली सुनहु रे अवधू, पंचों पसर निवारी ,अपनी आत्मा एपी विचारो, सोवो पाँव पसरी,“ऐसा जप जपो मन ली | सोऽहं सोऽहं अजपा गई ,असं द्रिधा करी धरो ध्यान | अहिनिसी सुमिरौ ब्रह्म गियान ,नासा आगरा निज ज्यों बाई | इडा पिंगला मध्य समाई ||,छः साईं सहंस इकिसु जप | अनहद उपजी अपि एपी ||,बैंक नाली में उगे सुर | रोम-रोम धुनी बजाई तुर ||,उल्टी कमल सहस्रदल बस | भ्रमर गुफा में ज्योति प्रकाश || गगन मंडल में औंधा कुवां, जहाँ अमृत का वसा |,सगुरा होई सो भर-भर पिया, निगुरा जे प्यासा । ।,
बुधवार, 24 सितंबर 2008
शिव गोरक्ष नाथ स्तोत्रराज
नमो s हं कलये हंसो हंसो s हं कलयेन्वहम !
नमो s हं कलये हंसो हंसो s हं कलयेन्वहम !!
अनन्यमानसो हंसो मानसं पद्मश्रीतहा
अनन्यमानसो हंसो मानसं पद्मश्रीतहा
र क्ष मा द क्ष गो र क्ष ! क्ष र गो क्ष द मा क्ष र
ज य का म म हा रा ज , ज रा हा म म का य जे
घ न सा र द ना था य य था ना द र सा ना घ !
ते स्तु मो न र धा मा हे ,हे मा धा र ! न मो s स्तु ते !!
वि भू सं म त ,ना दो वा वा दो ना त म सं भू वि !
ते स्तु मो न य वा दे शं,शं देवाय न मो s स्तु ते !!
न व पा र द सा या मा , मा या सा द र पा व न !
ते स्तु मो न व मी ना र्या ना मी व न मो s स्तु ते !!
व न जा नि व शा वे शा , शा वे श व नि जा न व !
का यि ना नु तं शं खे न , न खे शं त नु ना यि का !!
किं न ही न ज र दे व , व दे र ज न ही न कि म !
दा स सा र s म से वा , वा से मा स र सा स दा !!
स व ने ज य दे वे शा , शा वे दे य ज ने व स !
ता र या ज र वै दे वे , वे दे वै र ज या र ता !!
भा शु भा स ज रा भा षा , सा भा रा ज स भा शु भा !
सा र रा ज त या भा सा , सा भा या त ज रा र सा !!
श्री मानार्य कृतः समोपुमयतः श्री स्तोत्र राजोघुनाह !
नाथना गुद्मावाहन विजयातेह निर्णित सारो रसः !!
पक्षे दक्ष विचारितेपी जनायान्नानंद मन्यर्थदो !
बालाना शरनार्थिना शरण दो वर्वर्ति सर्वोपरि !!
शिवम्
स्वस्ति श्री श्रेयः श्रेनयः श्रीमतां समुल्लसन्तुत्रम
इति श्री गोरक्षनाथ स्तोत्रराज सम्पुर्ण !!
नमो s हं कलये हंसो हंसो s हं कलयेन्वहम !!
अनन्यमानसो हंसो मानसं पद्मश्रीतहा
अनन्यमानसो हंसो मानसं पद्मश्रीतहा
र क्ष मा द क्ष गो र क्ष ! क्ष र गो क्ष द मा क्ष र
ज य का म म हा रा ज , ज रा हा म म का य जे
घ न सा र द ना था य य था ना द र सा ना घ !
ते स्तु मो न र धा मा हे ,हे मा धा र ! न मो s स्तु ते !!
वि भू सं म त ,ना दो वा वा दो ना त म सं भू वि !
ते स्तु मो न य वा दे शं,शं देवाय न मो s स्तु ते !!
न व पा र द सा या मा , मा या सा द र पा व न !
ते स्तु मो न व मी ना र्या ना मी व न मो s स्तु ते !!
व न जा नि व शा वे शा , शा वे श व नि जा न व !
का यि ना नु तं शं खे न , न खे शं त नु ना यि का !!
किं न ही न ज र दे व , व दे र ज न ही न कि म !
दा स सा र s म से वा , वा से मा स र सा स दा !!
स व ने ज य दे वे शा , शा वे दे य ज ने व स !
ता र या ज र वै दे वे , वे दे वै र ज या र ता !!
भा शु भा स ज रा भा षा , सा भा रा ज स भा शु भा !
सा र रा ज त या भा सा , सा भा या त ज रा र सा !!
श्री मानार्य कृतः समोपुमयतः श्री स्तोत्र राजोघुनाह !
नाथना गुद्मावाहन विजयातेह निर्णित सारो रसः !!
पक्षे दक्ष विचारितेपी जनायान्नानंद मन्यर्थदो !
बालाना शरनार्थिना शरण दो वर्वर्ति सर्वोपरि !!
शिवम्
स्वस्ति श्री श्रेयः श्रेनयः श्रीमतां समुल्लसन्तुत्रम
इति श्री गोरक्षनाथ स्तोत्रराज सम्पुर्ण !!
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