बुधवार, 30 जुलाई 2008

gorakh mantra

ॐ नमो गुरू मछिन्द्र, शब्द साँचा पिण्ड काचा मेरा भक्ति, गुरूका शक्ति नवनाथै जगाऊँ, चौराषीनाथै जगाऊँ फूरो मंत्र ईश्वरो गुरू गोरख वाचा ।।

gorakh mantra

ॐ नमो गुरू मछिन्द्र, शब्द साँचा पिण्ड काचा मेरा भक्ति, गुरूका शक्ति नवनाथै जगाऊँ, चौराषीनाथै जगाऊँ फूरो मंत्र ईश्वरो गुरू गोरख वाचा ।।